उपराष्ट्रपति जो बायडन की एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीप समूह समुदाय योजना की मुख्य विशेषताएँ

उपराष्ट्रपति जो बायडन यह जानते हैं कि एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीप समूह (AAPI) समुदाय के लोग अमरीकी कहानी का एक मुख्य अध्याय हैं। हर संस्कृति और देश से परिश्रमी लोगों को आकर्षित करने की क्षमता ने हमारे देश को और शक्तिशाली बनाया है। AAPI लोगों के लिए उपराष्ट्रपति और अमरीकी सेनेटर की क्षमता में जो बायडन ने साहसी और प्रगतिशील विचारों को वास्तविकता का रूप दिया। उपराष्ट्रपति की क्षमता में, जो बायडन राष्ट्रपति ओबामा के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़े रहे, और अफोर्डेबल केयर एक्ट (ओबामा केयर) जैसे महत्वपूर्ण विधेयक पास करवाए -- जिसके तहत 2 करोड़ अतिरिक्त अमरीकियों को हेल्थ इंशोरेंस प्राप्त हुआ (जिसमें से 20 लाख लोग AAPI भी थे)। ओबामा-बायडन प्रशासन ने व्हाइट हाउस इनिशिएटिव ऑन एशियन अमेरिकन एंड पैसिफिक आइलैंडर्स  (WHIAAPI) को दोबारा स्थापित किया, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय प्रोग्राम, इंटर-एजेंसी समन्वय और AAPI पहुँच के द्वारा अमेरिका में रहने वाले AAPI लोगों के जीवन को बेहतर बनाना था। इसके अलावा, जो बायडन ने द्वितीय विश्व युद्ध के फिलिपिनो-अमेरिकी सिपाहियों के लिए लंबे समय से बचे हुए मुआवज़े का भुगतान भी करवाया।

जो बायडन यह जानते हैं कि आज हम अमेरिका की आत्मा के लिए लड़ रहे हैं। नफरत और अन्याय से लड़ने के लिए हमारे देश को व्हाइट हाउस से आचारवादी नेतागीरी और एकता की ताकत चाहिए, विभाग नहीं। राष्ट्रपति की क्षमता में, जो बायडन अपने जीवन भर के वचन को जारी रखते हुए ये सुनिश्चित करेंगे कि हर एक AAPI व्यक्ति को गरिमा और सम्मान से रहने का अधिकार मिले -- चाहे वे किसी भी जनजाति या प्रजाति का हों -- और उन्हें अपने अमेरिकन ड्रीम को सच करने का मौका भी मिले। जो बायडन:

AAPI लोगों की आवाज़ और बुलंद बनाएँगे और अमेरिकी सरकार में AAPI लोगों का प्रतिनिधित्व बढ़ाएंगे। ओबामा-बायडन प्रशासन ने सभी पिछले अमेरिकी प्रशासनों से अधिक AAPI न्यायाधीशों को नियुक्त किया और AAPI समुदाय के लोगों को वरिष्ठ स्टाफ पद दिए जाने के लिए प्रोत्साहित किया। राष्ट्रपति नियुक्त होने के पश्चात, जो बायडन उन संघीय अधिकारियों और न्यायाधीशों को मनोनीत और नियुक्त करेंगे जो अमेरिका की विविध जनसंख्या जैसे दिखते हों, जिसमें AAPI लोग भी हों। वह ओबामा-बायडन प्रशासन द्वारा शुरू किये गए AAPI इनिशिएटिव और राष्ट्रपति के AAPI सलाहकार आयोग का निर्माण करेंगे, जिससे ये सुनिश्चित होगा की संघीय एजेंसियाँ ​​AAPI समुदाय को ध्यान में रखते हुए अपने कार्यक्रमों की योजना और परिपालन करें ; और बायडन प्रशासन में AAPI समुदाय के लीडरों की आवाज़ का महत्व बना रहे। जो बायडन ये जानते हैं कि कैसे प्रमुख हितधारकों को एकत्रित किया जाए जिससे ये सुनिश्चित हो कि जो लोग नीति से प्रभावित होने वाले हैं, उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया में आवश्यक हिस्सा मिले। इसी तरह वह ओबामा-बायडन प्रशासन द्वारा स्थापित किये गए पैसिफिक आइलैंडर टास्क फ़ोर्स को और भी मज़बूत बनाएंगे

अफोर्डेबल केयर एक्ट (ओबामा केयर) की सुरक्षा करेंगे और आगे निर्माण करेंगे। AAPI समुदाय के लोग अकसर भाषा और सांस्कृतिक बाधाओं का सामना करते हैं, जो उनकी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच कम कर देता है। जो बायडन का यह मानना है कि हर अमेरिकी के पास किफायती और उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच होनी चाहिए। वह अमेरिकियों को मेडिकेयर जैसे नए सार्वजनिक स्वास्थ्य इंशोरेंस विकल्प खरीदने का मौका देंगे। वह सत्ता का दुरुपयोग करने वाली प्रिस्क्रिप्शन ड्रग कंपनियों के विरुद्ध खड़े होंगे। और, वह मानसिक स्वास्थ्य समता क़ानूनों को लागू करवाएंगे और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए फंडिंग बढ़ाएंगे। जो बायडन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में संघीय निवेश को भी दोगुना करेंगे, जिससे AAPI समुदायों तक उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हो पाए।

हमारे छात्रों और शिक्षकों में निवेश करेंगे। AAPI समुदाय में बहुत से ऐसे माता-पिता हैं जिनके पास संसाधनों और सहयोगों की पहुंच नहीं है, जिससे वे यह सुनिश्चित कर सकें कि उनके बच्चे भी जीवन में सफल हो पाएँ। जो बायडन जन्म से लेकर 12वीं कक्षा तक के सभी बच्चों की शिक्षा में निवेश करेंगे, ताकि वे सभी बच्चे अपने पिन कोड, अपने माता-पिता की आय, अपनी जाती अथवा विकलांगता की चिंता किए बिना, कल की अर्थव्यवस्था में सफल होने के लिए तैयार हों। राष्ट्रपति के रूप में, जो बायडन हर तीन और चार साल के बच्चों के लिए उच्च गुणवत्ता की यूनिवर्सल  प्री-किंडरगार्टन शिक्षा प्रदान कराएँगे। वह टाइटल I फंडिंग को तिगुना कर देंगे, जो उन स्कूलों को प्रदान की जाती हैं जहां कम आय वाले परिवारों से आए अधिकतम बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं। इस नयी फंडिंग के अंतर्गत सबसे पहले यह सुनिश्चित किया जायेगा कि टाइटल I स्कूलों के सभी शिक्षकों को प्रतिस्पर्धी वेतन प्राप्त हो, तीन और चार साल के बच्चों की प्री-स्कूल में पहुंच हो, और जिले अपने सभी स्कूलों में वरिष्ठ कोर्स वर्क प्रदान करते रहें। जो बायडन देश के AAPI समुदायों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के लिए सर्वश्रेष्ठ एवं सबसे नवीन स्कूलों का निर्माण करवाएंगे; सामुदायिक स्कूल मॉडल का विस्तार करेंगे जिससे हमारे पब्लिक स्कूलों में छात्रों और अभिभावकों को आवश्यक समर्थन प्राप्त हो; और हमारे स्कूलों में मानसिक स्वास्थ्य एक्सपर्ट की संख्या को दोगुना करेंगे।

हाई स्कूल के बाद की शिक्षा का समर्थन करेंगे। जो बायडन AAPI समुदाय के किसी भी परिश्रमी सदस्य के लिए ऋण के बिना दो साल का सामुदायिक कॉलेज या अन्य उच्च प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेंगे, जो कि काम के बदलते  रंग-ढंग एवं तौर-तरीकों के साथ रहने के लिए अपने कौशल को सुधारना और नए कौशल सीखना चाहते हैं। वह पेल ग्रैंट्स के अधिकतम मूल्य को भी दोगुना कर देंगे, जिससे मध्य-वर्ग के और कईं AAPI लोग कार्यक्रम में भाग ले सकेंगे और पेल योग्य व्यक्तियों के लिए ग्रैंट के मूल्य में भी वृद्धि करेंगे। और, वह आज के आय-आधारित रीपेमेंट कार्यक्रम की उदारता को सरल करेंगे और बढ़ाएंगे, जिससे अंडरग्रेजुएट फ़ेडरल स्टूडेंट लोन पर भुगतान भी आधा हो जाएगा। जो बायडन एशियन अमेरिकन एंड नेटिव अमेरिकन पसिफ़िक आइलैंडर सर्विंग इंस्टीटूशन्स (AANAPISIs) जैसे अल्पसंख्यक-सेवी संस्थाओं के सामने आने वाली धन संबंधी असमानताओं को सुधारने के लिए भी कदम उठाएंगे, ताकि अमेरिका उनके अद्वितीय गुणों का लाभ उठा सके।

बढ़ते घृणा अपराधों (हेट क्राइम्स) पर रोक लगाएंगे। ग्रोसरी स्टोर से लेकर कार्य स्थलों तक या केवल अपने समुदायों में शांतिपूर्वक रहते हुए भी, सिख, हिन्दू और मुस्मिल अमेरिकियों को लगातार भेदभाव और नफरत का सामना करना पड़ता है, जोकि ट्रम्प की खतरनाक बयानबाज़ी से और भी बढ़ रहा है, और नफरत की लपटों को देश भर में भड़का रहा है। जब एक समुदाय के अधिकारों और स्वतंत्रता को नफरत से खतरा हो, तो यह सभी समुदायों के लिए खतरनाक है। ओबामा-बायडन प्रशासन ने "एंटी-सिख" और "एंटी-हिंदू" श्रेणियों को न्याय मंत्रालय के घृणा अपराधों (हेट क्राइम्स) की रिपोर्टिंग में जोड़ा। उसी प्रशासन ने हमारे समुदायों को संसाधन प्रदान किए और स्थानीय लीडरों के साथ मिलकर बुलीइंग को रोकने के प्रयास किये। जो बायडन यह स्पष्ट कर देंगे कि इस देश में नफरत का कोई भी सुरक्षित ठिकाना नहीं है। और, उनका न्याय मंत्रालय घृणा अपराधों पर मुकदमा चलाने को प्राथमिकता देगा।

देश में बढ़ती महामारी रुपी गन वायलेंस समस्या को समाप्त करेंगे। जो बायडन ने राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन (एन आर ए) को राष्ट्रीय मंच पर ला कर दो बार हराया है। राष्ट्रपति के रूप में, वह एन आर ए को एक बार फिर हराएंगे। बायडन संवैधानिक, सामान्य ज्ञान बंदूक सुरक्षा नीतियों को बढ़ावा देंगे। वह बंदूक निर्माताओं को ज़िम्मेदार ठहरा कर हमारे परिवारों, स्कूलों और समुदायों की रक्षा करेंगे; युद्ध के हथियारों को हमारी गली-मोहल्लो से हटवाएंगे, यहाँ तक की वह हमला करने वाले हथियारों और उच्च क्षमता वाली मैगज़ीन (गोलियों) के निर्माण और बिक्री पर प्रतिबंध लगाएंगे; और बंदूकों को खतरनाक हाथों से दूर रखने के लिए सभी बंदूकों की बिक्री पर बैकग्राउंड चैक लागू करेंगे और फ़ेडरल बैकग्राउंड चैक प्रणाली की ख़ामियाँ दूर करेंगे।

हमारी पृथ्वी की जलवायु परिवर्तन (क्लाइमेट चेंज) से रक्षा करेंगे। जलवायु संकट AAPI समुदायों, विशेष रूप से नेटिव हवाईयन और प्रशांत द्वीप समूह (NHPI) समुदाय के लिए, लगातार एक खतरा बना हुआ है।यदि तत्काल ही कदम नहीं उठाये गए तो 2030 तक कुछ अमरीकी द्वीप रहने योग्य भी नहीं रह जाएंगे। इसके अलावा, सबसे ज़्यादा AAPIs आबादी वाले दो राज्य -- हवाई और कैलिफ़ोर्निया -- जलवायु परिवर्तन से होने वाले विपत्तियों की चपेट में आ जाएंगे। जो बायडन ने लंबे समय से जलवायु परिवर्तन की व्यापकता को समझा है और यह भी समझा हैं कि हमें इस समस्या को संबोधित करने की एक नैतिक और आर्थिक अनिवार्यता है। बायडन की योजना हमारे समुदायों की सुरक्षा के लिए जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण से निपटेगी। राष्ट्रपति पद के पहले दिन ही बायडन पैरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट में फिर से शामिल होंगे, और फिर विश्व के अन्य देशों को अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं पर अमल करने के लिए फिर एकत्रित करेंगे। अमेरिका में, वह यह सुनिश्चित करेंगे कि जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण से प्रभावित समुदायों को बायडन की स्वच्छ अर्थव्यवस्था क्रांति से सबसे पहले लाभ हो। वह संयुक्त राज्य अमेरिका को सौ प्रतिशत स्वच्छ ऊर्जा अर्थव्यवस्था प्राप्त करने और 2050 तक नेट ज़ीरो एम्मिशन तक पहुंचने के लिए बढ़ावा देंगे। बायडन की योजना अमेरिका में 10 मिलियन अच्छे वेतन वाली नौकरियों शुरू करेगी और प्रदूषण फैलाने वालो को जिम्मेदार ठहराएंगे। बायडन यह भी सुनिश्चित करेंगे कि AAPI समुदाय के प्रत्येक सदस्य को साफ़ पीने का पानी, स्वच्छ हवा और प्रदूषकों से मुक्त वातावरण प्राप्त हो। और, इंफ्रास्ट्रक्चर के पुनर्निर्माण में खर्चा गया हर डॉलर जलवायु परिवर्तन को रोकने, कम करने और उसका सामना करने के लिए उपयोग किया जाएगा।

एक अप्रवासियों (इमिग्रेंट्स) के राष्ट्र के रूप में हमारे मूल्यों को सुरक्षित रखेंगे। डोनाल्ड ट्रम्प ने इस अप्रवासियों के राष्ट्र में हमारे मूल्यों और हमारे इतिहास पर एक अविश्वसनीय हमला किया है। यह गलत है, और जब जो बायडन राष्ट्रपति बनेंगे, तब इस सब को रोकेंगे। बायडन अपने प्रशासन के पहले दिन ट्रम्प के "मुस्लिम प्रतिबंध (बैन)" को हटा देंगे और हमारी सीमा पर विघटन और मानवीय संकट पैदा करने वाली हानिकारक शरण (असाईलम) नीतियों को उलट देंगे। बायडन तुरंत ही कांग्रेस के साथ काम करना शुरू कर देंगे, ताकि हमारे इमीग्रेशन सिस्टम का आधुनिकीकरण हो सके, जिसके अंतर्गत लगभग 11 मिलियन अनडॉक्युमेंटेड अप्रवासियों (जिसमें एशिया से आए 1.7 मिलियन अप्रवासी भी शामिल हैं) के लिए नागरिकता का रोड मैप प्रदान किया जाएगा और इसमें परिवारों को एक साथ रखने को प्राथमिकता दी जाएगी। वह परिवार आधारित इमीग्रेशन का समर्थन करेंगे और परिवारों के एकीकरण को अपने इमीग्रेशन सिस्टम का मूल सिद्धांत बनाएंगे। वह व्यापक अर्थव्यवस्था स्थिति के आधार पर स्थायी, कार्य-आधारित इमीग्रेशन वीज़ाओ की संख्या में वृद्धि करेंगे और STEM क्षेत्रों में पीएचडी करने वाले नए ग्रैजुएट संख्या में कोई रोक नहीं लगाएंगे।और, वह सबसे पहले उच्च-कौशल, विशेष श्रमिकों के वेतन की सुरक्षा के लिए अस्थायी वीज़ा प्रणाली में सुधार का समर्थन करेंगे, फिर देश द्वारा रोज़गार आधारित वीज़ा पर सीमा को समाप्त करेंगे और वीज़ा की संख्या में विस्तार करेंगे। बायडन DACA कार्यक्रम को पुन: स्थापित करके ड्रीमर्स के लिए अनिश्चितता को दूर करेंगे और उनके परिवारों को अमानवीय अलगाव से बचाने के लिए सभी कानूनी विकल्पों का पता लगाएंगे। राष्ट्रपति के रूप में, बायडन कार्य स्थल छापों को समाप्त करेंगे और इमीग्रेशन कानून से अन्य संवेदनशील स्थानों की रक्षा करेंगे। उनका यह मानना हैं कि किसी को भी इमीग्रेशन कानूनी कार्रवाई के डर से चिकित्सा की तलाश करने, या स्कूल जाने, नौकरी पर जाने, या अपने पूजा स्थल पर जाने में भयभीत नहीं होना चाहिए।

AAPI समुदायों में एंट्रेप्रेन्योरशिप और लघु व्यवसाय विकास को प्रोत्साहन देंगे। अमरीका में लगभग दो मिलियन व्यवसायों के मालिक AAPI मूल्य के लोग हैं, जो पूरे देश में आर्थिक विकास को गति देते हैं और अवसर प्रदान करते हैं। हालांकि, ये व्यवसाय अक्सर फंडिंग और भाषा बाधाओं जैसे मुद्दों से जूझते हैं जिससे AAPI समुदायों में लघु व्यवसायों का विकास कठिन बन जाता है। 2010 में, ओबामा-बायडन प्रशासन ने लघु व्यवसायों का समर्थन करने के लिए स्टेट स्मॉल बिज़नेस क्रेडिट इनिशिएटिव (SSBCI) का निर्माण किया। यह कार्यक्रम स्टेट स्मॉल बिज़नेस क्रेडिट इनिशिएटिव को धन स्थानांतरित करता हैं, जिससे SSBCI के प्रत्येक एक बिलियन डॉलर पर नए ऋणों में दस बिलियन डॉलर की प्राप्ति होती है। बायडन 2025 के माध्यम से इस कार्यक्रम का विस्तार करेंगे और इसकी संघीय निधि को तीन बिलियन डॉलर से दोगुना कर देंगे, जिससे लघु व्यवसायों को 30 बिलियन डॉलर का निजी क्षेत्र निवेश प्राप्त होगा, विशेष रूप से वह व्यवसाय जिनके मालिक अल्पसंख्यक समुदाय और महिलाए हों। वह हमारे सबसे बड़े शहरों के बाहर नए बिज़नेस स्टार्टअप के लिए राज्यों को पांच बिलियन डॉलर की फंडिंग प्रदान करने के लिए एक प्रतिस्पर्धी ग्रांट प्रोग्राम भी स्थापित करेंगे।

AAPI समुदायों के लिए भाषा बाधाओं को हटाएँगे। महत्वपूर्ण सेवाओं और संसाधनों को प्राप्त करने में भाषा अवरोध, सीमित अंग्रेजी बोलने वाले AAPI लोगों को, उनकी क्षमता और अमेरिकन ड्रीम साकार होने से रोक देती हैं। जो बायडन, ओबामा-बायडन प्रशासन द्वारा किये गए काम का आगे निर्माण करेंगे, जिससे यह सुनिश्चित किया गया था कि AAPI समुदाय के वह सदस्य जो सीमित अंग्रेजी बोलते थे, उन्हें भी स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य सरकारी सेवाओं का लाभ प्राप्त हो। उदाहरण के लिए, ओबामा-बायडन प्रशासन ने चायनीज़, कोरिइन, वियतनामी, बर्मी, मंग, खमेर और लाओ भाषा में आउटरीच वीडियो का उत्पादन किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन समुदायों के लोग अफोर्डेबल केयर एक्ट के लाभों और कवरेज का फायदा उठा सकें। बायडन AAPI व्यक्तियों और परिवारों के लिए संघीय कार्यक्रमों की पहुंच बढ़ाने के लिए अपनी एजेंसियों को निर्देशित करेंगे, जिनमें वे लोग भी शामिल होंगे जो सीमित अंग्रेजी बोलते हैं। बायडन पड़ोस संसाधन केंद्र अथवा स्वागत केंद्र भी बनवाएंगे जिससे सभी निवासियों को नौकरी खोजने में मदद मिले; वह सेवाओं का उपयोग कर सकें और अंग्रेजी-भाषा सीखने का अवसर प्राप्त कर सकें; और वह स्कूल प्रणाली, स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली और दैनिक जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं का संचालन भी कर सकें। और, बायडन यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी पब्लिक स्कूलों में सभी बच्चों को उनकी क्षमता तक पहुँचने में मदद करने के लिए पर्याप्त अंग्रेजी-भाषा सीखने का समर्थन हो।

वोट डालने के अधिकार को और प्रबल बनाएँगे। लगभग 33 प्रतिशत AAPI समुदाय के लिए (जोकि सीमित अंग्रेजी बोलते हैं), हमारी मतदान प्रक्रिया की जटिलता एक बाधा बन कर हमारे लोकतंत्र के मूल्यों को पूरी तरह से साकार नहीं होने दे रही। यह बाधा, वोटिंग राइट्स एक्ट के दमन के साथ, लोकतांत्रिक प्रक्रिया में, AAPI समुदाय सहित अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की भागीदारी को काफी कम कर देती है। बायडन हर अमेरिकी वोट की रक्षा की गारंटी देकर हमारे लोकतंत्र को मजबूत करेंगे। वह सबसे पहले वोटिंग राइट्स एक्ट को फिर से लागू करेंगे और फिर यह सुनिश्चित करेंगे की न्याय मंत्रालय मतदान के अधिकारों को दबाने वाले हर राज्य के क़ानूनों को चुनौती दे।वह ऑटोमैटिक मतदाता पंजीकरण, मतदान के दिन मतदाता पंजीकरण, और अन्य कदमों का समर्थन करेंगे ताकि प्रत्येक व्यक्ति के मतदान के अधिकार को आसान बनाया जा सके। बायडन चुनावी निर्वाचन क्षेत्रों की सीमाओं में हेर-फेर (जेरीमैनडेरिंग) को समाप्त करने का समर्थन करेंगे और हमारे मतदान केंद्रों व मतदाता सूची को उन विदेशी ताक़तों से बचाएंगे, जोकि हमारे लोकतंत्र को कमजोर करने और हमारे चुनावों में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहीं हैं।

AAPI समुदाय के समान प्रतिनिधित्व के लिए डेटा को डिसएग्रीगेट (अलग) करेंगे। AAPI समुदाय पर डेटा का वर्तमान एकत्रीकरण उनकी विविधता और ज़रूरतों को नुकसान पहुंचाता है।ओबामा-बायडन प्रशासन ने AAPI समुदाय पर संघीय डेटा को डिसएग्रीगेट करने के लिए सर्वोत्तम तकनीकों को जारी किया था। बायडन उसी कार्य पर निर्माण करेंगे और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनका प्रशासन विविध AAPI समुदायों के सामने मौजूद चुनौतियों का सामना कर सके।

जो बाइडेन का भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए एजेंडा

सेनेटर के रूप में, सेनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष के रूप में और उपराष्ट्रपति के रूप में, जो बाइडेन ने भारतीय अमेरिकियों और भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मजबूत दोस्ती का समर्थन किया है। भारतीय अमेरिकियों के विविध और जीवंत समुदायों ने अमेरिका के प्रत्येक राज्य में हमारे राष्ट्र के ताने-बाने को समृद्ध करते हैं।  राष्ट्रपति के रूप में, बाइडेन इन समुदायों के साथ साझेदारी में काम करेंगे; अमेरिका की सफलता, समृद्धि और सुरक्षा के लिए उनके असाधारण योगदान का जश्न मनाएंगे; भारतीय अमेरिकियों की जरूरतों को सुनेंगे; और उन नीतियों पर ध्यान दिया जाएगा जो उनकी प्राथमिकताओं को पूरा करती हैं। सभी अमेरिकियों की तरह, भारतीय अमेरिकी, हमारे भविष्य के मुख्य तत्वों — शिक्षा, उच्च-गुणवत्ता, सस्ती स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच, जलवायु संकट को संबोधित करने, और हमारी आव्रजन प्रणाली का इस तरह से सुधार और आधुनिकीकरण करने में गहराई से जुड़े हुए हैं, जो हमारे मूल्यों के साथ मेल खाता हो।  बाइडेन यह सुनिश्चित करेंगे कि दक्षिण एशियाई अमेरिकी लोगों को उनके प्रशासन में प्रतिनिधित्व मिलता है, जो उनके उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार, सीनेटर कमला हैरिस के साथ शुरू होता है, जिनकी मां भारत से पढ़ाई करने और संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी जिंदगी संवारने के लिए आई थीं।  हमारी सरकार संयुक्त राज्य अमेरिका की विविधता को दर्शाएगी और भारतीय अमेरिकी आवाज़ें उन नीतियों को आकार देने में शामिल किया जाएगा, जो उनके समुदायों को प्रभावित करती हैं। 

कोविड-19 से लड़ने से लेकर हमारी अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए हमारी आव्रजन प्रणाली में सुधार करने के लिए, बाइडेन-हैरिस प्रशासन उनमें से एक होगा जिस पर भारतीय अमेरिकी भरोसा कर सकते हैं।  

 

घृणा और कट्टरता की बढ़ती लहर को रोकना 

जब से डोनाल्ड ट्रम्प ने पदभार संभाला है, एफबीआई के घृणा अपराध के आंकड़ों  के अनुसार, हमारे देश में होने वाले घृणा से संबंधित अपराधों की संख्या बहुत बढ़ गई है। हमारे देश में ऐसा राष्ट्रपति है, जो भाषा और सांकेतिक शब्दों में स्पष्ट है, पूर्वाग्रह और नफरत को बढ़ावा देता और प्रोत्साहित करता है — और यह ख़तरनाक है।  

सभी पृष्ठभूमि के भारतीय अमेरिकीयों — हिंदू, सिख, मुस्लिम, जैन और अन्य — दबंग और राष्ट्रवादी लोगों के उन्मादपूर्ण हमलों को झेल रहे हैं और अब, पहले से कहीं अधिक, वे यह आश्वासन चाहते हैं कि वाशिंगटन में हमारे नेता उनको समर्थन देंगे।

ओबामा-बाइडेन प्रशासन के दौरान, एफबीआई ने सिखों, हिंदुओं और बौद्धों को शामिल करने के लिए अपने घृणा अपराध आंकड़ा कार्यक्रम का विस्तार किया था। राष्ट्रपति के रूप में, बाइडेन घृणित हमलों में वृद्धि का तत्काल समाधान करेंगे और ऐसा कानून बनाएंगे जो घृणा अपराध के दोषी किसी व्यक्ति को हथियार खरीदने या रखने से रोकता है। बाइडेन न्याय विभाग में नेताओं की नियुक्ति करेंगे, जो घृणा अपराधों के मुकदमों को प्राथमिकता देंगे और वे अपने न्याय विभाग को घृणा अपराधों से निपटने के लिए अतिरिक्त संसाधनों पर ध्यान केंद्रित करने के आदेश देंगे — जिसमें धर्म-आधारित अपराध — और श्वेत राष्ट्रवादी आतंकवाद का सामना करना शामिल है। वे ऐसे कानून की भी मांग करेंगे जो उपासना स्थलों और अन्य धार्मिक सामुदायिक स्थलों, जैसे कि गुरुद्वारों, मंदिरों, धार्मिक स्थानों और मस्जिदों में होने वाले कुछ घृणा अपराधों के लिए संभावित सजा को बढ़ाता है। और वे अपनी कार्यकारी शक्ति का उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए करेंगे कि न्याय विभाग उपासना स्थलों के खिलाफ हिंसा के इस तरह के जघन्य कृत्यों का कानून की पूरी हद तक खोजबीन करता है। 

 

उपासना स्थलों की सुरक्षा जरूरतों को पूरा करना

2012 में, सिख समुदाय को एक भयानक त्रासदी का सामना करना पड़ा जब एक श्वेत वर्चस्ववादी ने ओक क्रीक, विस्कॉन्सिन, गुरुद्वारे में आग लगा दी, इस घटना में सात लोगों की जान चली गई और चार घायल हो गए। जनवरी 2019 में, एक हिंदू मंदिर बर्बरता और तोड़-फोड़ की एक भयावह कार्रवाई का शिकार बना, जिसमें दीवारों को तोड़ दिया गया था और दीवारों पर राष्ट्रवाद के उन्मादपूर्ण संदेश स्प्रे-पेंट किए गए थे। एक मूर्ति (पवित्र तस्वीर) को तोड़ दिया गया और कुर्सी में चाकू घोंपा गया था। बाइडेन समझते हैं कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और मंदिर पवित्र स्थान हैं और यह बर्बरता और तोड़-फोड़ के कृत्य किसी समुदाय के अपनेपन की भावना को नुकसान पहुंचाते हैं और बे-रोकटोक और सुरक्षित रूप से पूजा करने की संभावना को कम कर देते हैं। अमेरिका को धार्मिक स्वतंत्रता की नींव पर बनाया गया था और राष्ट्रपति के रूप में, बाइडेन हिंसा और धमकी से घृणा से भरे कृत्यों को समाप्त करने के हमारे प्रयासों को दुगना करेंगे और हमें अपने उच्चतम मूल्यों तक पहुंचने में मदद करेंगे। वे यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उपासना स्थलों को संघीय सरकार से मजबूत और सीधी सुरक्षा सहायता प्राप्त हो। हम अपने आस्था-आधारित संगठनों को घातक हमलों से बचाने के लिए दान और धन जुटाने के आंतरिक प्रयासों पर निर्भर रहने के लिए नहीं छोड़ सकते। बाइडेन कांग्रेस के साथ मिलकर काम करेंगे, ताकि होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट (DHS) के गैर-लाभकारी सुरक्षा अनुदान कार्यक्रम (NSGP) के माध्यम से आस्था-आधारित संगठनों को प्रत्यक्ष सुरक्षा अनुदान निधि में तत्काल और पर्याप्त वृद्धि की जा सके।

 

सभी अमेरिकियों के लिए अमेरिकी सपने को फिर से साकार करना 

बाइडेन अमेरिका की रीढ़ — मध्यम वर्ग — के पुनर्निर्माण और यह सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रपति पद की दौड़ में हैं कि इस बार हर कोई साथ आए। वे जानते हैं कि मध्यम वर्ग सिर्फ एक संख्या नहीं है — यह मूल्यों का एक समूह है: अपने घर का मालिक होना, अपने बच्चों को कॉलेज भेजना, उनकी रक्षा करने और आगे बढ़ने में सक्षम होना। वे इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि सभी श्रमिकों से सम्मान के साथ बर्ताव किया जाता है और उन्हें वे वेतन, लाभ और कार्यस्थल सुरक्षा प्राप्त करते हैं जिनके वे हकदार हैं।  बाइडेन एक मजबूत, अधिक समावेशी मध्यम वर्ग के लिए प्रतिबद्ध हैं। कई भारतीय अमेरिकी छोटे व्यवसायों के मालिक, उद्यमी और आविष्कारक हैं। बाइडेन लघु व्यवसाय अवसर योजना के जरिए सार्वजनिक-निजी निवेश को बढ़ावा देंगे जो राज्य और स्थानीय निवेश पहल को सफल बनाएगा और स्थायी रूप से अत्यधिक प्रभावी न्यू मार्केट टैक्स क्रेडिट बनाएगा, जो कम ब्याज वाले व्यावसायिक ऋणों तक पहुंच का विस्तार करेगा और लागत-मुक्त व्यापार इन्क्यूबेटरों और नवाचार हब के राष्ट्रीय नेटवर्क में निवेश करके तकनीकी सहायता और सलाहकार सेवाओं के लिए बाधाओं को खत्म करेगा।   

 

हमारे मूल्यों को आप्रवासियों के राष्ट्र के रूप में सुरक्षित रखना 

बड़े अप्रवासी समुदाय के रूप में, लेकिन कुछ मामलों में अमेरिकी जड़ें जो वापस अपनी पीढ़ियों तक पहुंचती है के साथ, भारतीय अमेरिकियों को उस ताकत और लचीलेपन के बारे में पहले से पता है जिसे आप्रवासी संयुक्त राज्य अमेरिका में लाते हैं। लेकिन राष्ट्रपति ट्रम्प ने अप्रवासियों के राष्ट्र के रूप में हमारे मूल्यों और हमारे इतिहास पर अविश्वसनीय हमला किया है। यह गलत है और यह बाइडेन के राष्ट्रपति बनने पर रुक सकता है। बाइडेन पहले ही दिन ट्रम्प के "मुस्लिम प्रतिबंध" को रद्द कर देंगे और हमारी सीमा पर अराजकता और मानवीय संकट पैदा करने वाली हानिकारक शरण नीतियों को पलट देंगे। हमारे सिस्टम को आधुनिक बनाने वाले विधायी आव्रजन सुधार को पारित करने के लिए वे तुरंत कांग्रेस के साथ काम करना शुरू कर देंगे और उनकी प्राथमिकता लगभग 11 मिलियन गैर-दस्तावेज़ी अप्रवासियों के लिए नागरिकता का रोडमैप प्रदान करके परिवारों को एक साथ रखना है — जिसमें भारत से 500,000 से अधिक अप्रवासी शामिल हैं।

बाइडेन परिवार आधारित आव्रजन का समर्थन करेंगे और हमारी आव्रजन प्रणाली के मुख्य सिद्धांत के रूप में परिवार के एकीकरण को संरक्षित करेंगे, जिसमें परिवार वीजा बैकलॉग को कम करना शामिल है। वे व्यापक आर्थिक स्थितियों के आधार पर पेश किए जाने वाले स्थायी, कार्य-आधारित आप्रवास वीजा की संख्या में वृद्धि करेंगे और STEM क्षेत्रों में पीएचडी कार्यक्रमों के हाल के स्नातकों पर थोपी गई किसी भी सीमा में छूट देंगे। और, वे पहले उच्च कौशल, वेतन और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए विशेष नौकरियों में अस्थायी वीजा प्रणाली में सुधार का समर्थन करेंगे, फिर प्रस्तावित वीजा की संख्या का विस्तार करेंगे और देश द्वारा रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड की सीमाओं को समाप्त करेंगे, जिसके कारण बहुत सारे भारतीय परिवारों को लंबे समय से इंतजार करना पड़ रहा है।

बाइडेन ग्रीन कार्ड धारकों के लिए नागरिकीकरण प्रक्रिया को फिर से शुरू करेंगे और उसका बचाव करेंगे। और, वे वार्षिक वैश्विक शरणार्थी प्रवेश का लक्ष्य 125,000 तक निर्धारित करके इस देश में हमारे द्वारा स्वागत किए जाने वाले शरणार्थियों की संख्या को बढ़ाएंगे और समय के साथ-साथ अपनी जिम्मेदारी, अपने मूल्यों और अभूतपूर्व वैश्विक आवश्यकता के अनुरूप इसे बढ़ाना चाहते हैं।  वे वार्षिक 95,000 शरणार्थियों की न्यूनतम प्रवेश संख्या तय करने के लिए कांग्रेस के साथ भी काम करेंगे। बाइडेन DACA कार्यक्रम को फिर से आरंभ करके स्वप्नद्रष्टाओं के लिए अनिश्चितता को दूर करेंगे और उनके परिवारों को अमानवीय अलगाव से बचाने के लिए सभी कानूनी विकल्पों का पता लगाएंगे। और, वे कार्यस्थल पर छापों को समाप्त करेंगे और अन्य संवेदनशील स्थानों की आव्रजन प्रवर्तन कार्यों से रक्षा करेंगे। किसी भी व्यक्ति को आव्रजन प्रवर्तन कार्रवाई के डर से चिकित्सा सहायता पाने, या स्कूल जाने, उनके काम, या उनके पूजा स्थल पर जाने से डरना नहीं चाहिए। 

 

धार्मिक कार्यकर्ता वीजा की प्रोसेसिंग को आसान बनाना 

कई भारतीय अमेरिकी ऐसे आस्था समुदायों के हैं, जो विद्वानों और धार्मिक विशेषज्ञों के परामर्श, समर्थन और ज्ञान पर भरोसा करते हैं, जो अस्थायी धार्मिक कार्यकर्ता (R-1) वीजा पर संयुक्त राज्य की यात्रा करने वाले विदेशी नागरिक हो सकते हैं। कई भारतीय अमेरिकी संगठनों के लिए, धार्मिक कार्यकर्ता वीजा के लिए आवेदन और समीक्षा प्रक्रिया के लिए पर्याप्त प्रशासनिक और वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, प्रोसेसिंग समय की वजह से यात्रा में देरी हो सकती है, जिससे देश भर में इन समुदायों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बाइडेन राज्य विभाग और अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS) को धार्मिक कार्यकर्ता वीजा कार्यक्रम का उपयोग करने वाले विश्वसनीय ट्रैक रिकॉर्ड वाले किसी भी आस्था-आधारित संगठनों द्वारा सबमिट किए गए धार्मिक कार्यकर्ता वीजा की समीक्षा को कारगर बनाने के तरीकों और कार्यक्रमों की पहचान करने का निर्देश देंगे। 

 

भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए भाषा की बाधाओं को हटाना 

महत्वपूर्ण सेवाओं और संसाधनों का भाषा अवरोध सीमित अंग्रेजी ज्ञान रखने वाले भारतीय अमेरिकियों को उनकी क्षमता और अमेरिकी सपने को साकार करने से रोक सकते हैं। बाइडेन यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि जिन लोगों का अंग्रेजी का ज्ञान सीमित है वे स्वास्थ्य देखभाल और अन्य सरकारी सेवाओं तक पहुंच पाते हैं और वे भारतीय अमेरिकी व्यक्तियों और परिवारों के लिए संघीय कार्यक्रमों तक पहुंच बढ़ाने के तरीकों की पहचान करेंगे। वे नए आप्रवासियों को नौकरी खोजने में मदद करने; सेवाओं और अंग्रेजी-भाषा सीखने के अवसरों तक पहुंचने; और स्कूल प्रणाली, स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली और दैनिक जीवन के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी देने के लिए पड़ोस के संसाधन केंद्र या स्वागत केंद्र भी बनाएंगे। और, वे यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि सभी पब्लिक स्कूलों में सभी बच्चों को उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद करने के लिए अंग्रेजी-भाषा सीखने का पर्याप्त समर्थन हासिल हो।

 

भारतीय अमेरिकियों की विविधता और योगदान का सम्मान करना 

 

ओबामा-बाइडेन प्रशासन ने अमेरिका की विविधता का आवश्यक शक्ति के रूप में सम्मान किया और जश्न मनाया है, भारतीय अमेरिकियों की सैन्य सेवा को सम्मानित करने के लिए व्हाइट हाउस के पहले आयोजन की मेजबानी की है और व्हाइट हाउस में, नेवल ऑबजर्वेट्री में उपराष्ट्रपति के निवास और पेंटागन में दिवाली का उत्सव मनाया है। बाइडेन प्रशासन एक बार फिर से अमेरिकी विश्वास और विरासत समुदायों के महत्वपूर्ण सांस्कृतिक समारोहों को अधिक पहचान और सम्मान देगा। ओबामा-बाइडेन प्रशासन ने अमेरिकी सेना की नीति को बदलकर भी इतिहास बना दिया, ताकि सिखों के साथ-साथ मुस्लिम महिलाओं को वर्दी में रहते हुए धर्म के अनुसार सिर ढंकने की अनुमति दी जा सके, ताकि हमारे बहादुर सैनिक अपनी आस्था का सम्मान कर सकें और अपने देश की सेवा कर सकें। बाइडेन हमारी सभी सशस्त्र सेवाओं में उचित धार्मिक स्थान सुनिश्चित करना चाहते हैं। और, वे ऐसे संघीय अधिकारियों और न्यायाधीशों को नामित और नियुक्त करेंगे जो अमेरिका की तरह दिखते हैं, इसमें भारतीय अमेरिकी समुदाय से लोग शामिल हैं। बाइडेन प्रमुख हितधारकों को यह सुनिश्चित करने के लिए बातचीत की मेज पर लाएंगे कि नीतियों से प्रभावित होने वाले लोगों का समुदाय निर्णय लेने की प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा हो।  

 

सभी बच्चों के लिए स्कूल में सुरक्षित माहौल बनाना

प्रत्येक बच्चे को एक अच्छी शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका ज़िप कोड, उनका लिंग, उनकी यौन अभिमुखता, उनकी त्वचा का रंग, उनका धर्म क्या है, उनको विकलांगता है, या उनके माता-पिता की आय कितनी है। बाइडेन यह सुनिश्चित करेंगे कि शिक्षक समर्थन, गरिमा से लैस हों, और वह वेतन मिले जिसकी उनको जरूरत है और जिसके वे लायक हैं, ताकि छात्र शारीरिक और भावनात्मक रूप से स्वस्थ वयस्कों में विकसित हो सकें। वे सुरक्षित विद्यालय सुधार अधिनियम सुरक्षित स्कूलों के सुधार अधिनियम के पारित होने का समर्थन करेंगे, जो स्कूल जिलों को बदमाशी और उत्पीड़न की नीतियों को विकसित करना आवश्यक बनाता है और वे हमारे स्कूलों में मनोवैज्ञानिक, परामर्शदाता, नर्स, सामाजिक कार्यकर्ता और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों की संख्या को दोगुना कर देंगे ताकि मानसिक स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता वाले हमारे सभी बच्चों को वह मिल सके।

बाइडेन प्रशासन बदमाशी-रोधी पहल के लिए न्याय विभाग और शिक्षा विभाग के लिए अतिरिक्त धन भी आवंटित करेगा, जिसमें विशेष रूप से धार्मिक युवाओं को धमकाने का विरोध करने वाले कार्यक्रम शामिल हैं। वे सामुदायिक संगठनों के साथ ओबामा-बाइडेन व्हाइट हाउस AAPI दादागिरी रोकथाम कार्य बल को फिर से स्थापित करेंगे। 

बाइडेन शिक्षकों के प्रशिक्षण, नेतृत्व और अतिरिक्त शिक्षा में भी निवेश करेंगे, ताकि शिक्षक अगली पीढ़ी के अमेरिकियों को आकार देने में अपनी ऊर्जा केंद्रित कर सकें। वे उच्च और निम्न-आय वाले स्कूल जिलों के बीच फंडिंग के अंतर को खत्म करने के लिए टाइटल I फंडिंग को तीन गुना कर देंगे, उन सभी छात्रों जिनके परिवार की आय $125,000 से कम है के लिए सार्वजनिक कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ट्यूशन-मुक्त बना देंगे, साथ ही वे यह सुनिश्चित करेंगे कि छात्र की सफलता में सुधार करने और अधिक समृद्ध मध्यम वर्ग को विकसित करने के लिए सभी के पास दो वर्ष के सामुदायिक कॉलेज या अन्य उच्च-गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण तक ऋण के बिना पहुंच हो। 

 

अमेरिकी-भारत साझेदारी का समर्थन

बाइडेन ने सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रूप में, हमारी रणनीतिक भागीदारी, लोगों के बीच संबंधों को गहरा बनाने और वैश्विक चुनौतियों पर भारत के साथ सहयोग करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। 2006 में, बाइडेन ने अमेरिका-भारत संबंधों के भविष्य के लिए अपने दृष्टिकोण की घोषणा की: “मेरा सपना है कि 2020 में, दुनिया के दो निकटतम राष्ट्र भारत और संयुक्त राज्य होंगे।”  उन्होंने उस दृष्टिकोण को हकीकत बनाने के लिए भी काम किया है, जिसमें कांग्रेस में प्रभारी, डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के साथ काम करना शामिल है, ताकि 2008 में हुए अमेरिका-भारत नागरिक परमाणु समझौता को मंजूरी दी जा सके।    

ओबामा-बाइडेन प्रशासन ने रणनीतिक, रक्षा, आर्थिक, क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को गहरा करना जारी रखा था। बाइडेन अमेरिका-भारत की साझेदारी को बढ़ाने और विस्तारित करने के प्रमुख समर्थक थे। विश्व मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका को स्वीकार करते हुए, ओबामा-बाइडेन प्रशासन ने औपचारिक रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की सदस्यता के लिए अमेरिकी समर्थन की घोषणा की थी। ओबामा-बाइडेन प्रशासन ने भारत को “प्रमुख रक्षा सहयोगी” का नाम दिया – यह कांग्रेस द्वारा स्वीकृत स्थिति है – ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जब उन्नत और संवेदनशील तकनीक की बात होती है, जो भारत को अपनी सेना को मजबूत करने के लिए चाहिए, तो भारत को हमारे निकटतम भागीदारों में माना जाता है।  

राष्ट्रपति ओबामा और उपराष्ट्रपति बिडेन ने भी हमारे प्रत्येक देश और क्षेत्र में आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत के साथ हमारे सहयोग को मजबूत किया है। बाइडेन का मानना है कि दक्षिण एशिया – सीमा पार या अन्य जगहों में आतंकवाद के लिए कोई सहनशीलता नहीं हो सकती है।  बाइडेन प्रशासन नियम-आधारित और स्थिर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र का समर्थन करने के लिए भारत के साथ भी काम करेगा, जिसमें चीन सहित कोई भी देश अपने पड़ोसियों को धमकी नहीं दे सके।  

ओबामा-बाइडेन प्रशासन ने हमारे सभी लोगों के लिए खतरा बने वैश्विक जलवायु संकट को संबोधित करने के लिए पेरिस जलवायु समझौते के सफल हस्ताक्षर को सुरक्षित करने के लिए भारत के साथ मिलकर नजदीक से काम किया है। बाइडेन प्रशासन संयुक्त राज्य अमेरिका को पेरिस समझौते में वापस लाएगा, जिससे हमें जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए भारत के साथ हाथ से हाथ मिलाकर काम करने और हमारे कार्बन उत्सर्जन को कम करने और हमारे स्वच्छ ऊर्जा के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक बार फिर से काम करने की क्षमता मिलेगी, जिसके बिना हम अपनी जरूरत की हरित अर्थव्यवस्था का निर्माण नहीं कर सकते।  

बाइडेन लंबे समय से चले आ रहे अपने यकीन पर भरोसा करेंगे कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं और बाइडेन प्रशासन अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करने को उच्च प्राथमिकता देगा। जिम्मेदार साझेदार के रूप में काम कर रहे भारत और अमेरिका के बिना कोई सामूहिक वैश्विक चुनौती हल नहीं की जा सकती। एक साथ मिलकर, हम आतंकवाद-रोधी साझेदार के रूप में भारत की रक्षा और क्षमताओं को मजबूत करते रहेंगे, स्वास्थ्य प्रणालियों और महामारी की प्रतिक्रिया में सुधार करेंगे और उच्च शिक्षा, अंतरिक्ष खोज और मानवीय राहत जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाएंगे।  

दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के रूप में, संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों: निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव, कानून के तहत समानता और अभिव्यक्ति और धर्म की स्वतंत्रता के साथ बंधे हुए हैं। ये मूल सिद्धांत हमारे प्रत्येक राष्ट्र के इतिहास में स्थायी रहे हैं और भविष्य में भी हमारी ताकत के स्रोत बने रहेंगे।